भाग,1 शोरगुल वाले शहर

एक छोटे लेकिन शोरगुल वाले शहर मुरैना में चार पक्के दोस्त रहते हैं अर्जुन, बंटी, चिंटू, और गोलू, ये चारों बचपन से साथ हैं, और पूरे इलाके में इनका नाम “तोड़-फोड़ गैंग” के नाम से मशहूर है वजह ये जहाँ भी जाते हैं वहाँ कुछ न कुछ गड़बड़ जरूर होती है चाहे बाइक रिपेयर की दुकान हो, या स्कूल का वार्षिक कार्यक्रम, इनका काम होता है थोड़ा मज़ा, थोड़ा हंगामा,
अर्जुन इस कहानी का हीरो है समझदार, दिलदार और थोड़ा फिल्मी भी, उसकी आंखों में हमेशा कोई बड़ा सपना पलता है चाहे वो अपनी पुरानी बाइक को रेसिंग बाइक बनाना हो या खुद को हीरो ऑफ मुहल्ला साबित करना,
बंटी ग्रुप का ड्रामा किंग है हर वक्त कोई नया जुगाड़ लेकर आता है, पर उसका हर जुगाड़ आखिर में फ्लॉप हो जाता है चिंटू हमेशा मोबाइल में व्यस्त रहता है एक नंबर का “टेक्निकल भाई”, जो खुद को “गूगल का भाई” समझता है गोलू, सबसे भोला लेकिन खाने-पीने का शौकीन अगर गोलू को समोसे दिख जाएं, तो दुनिया के सारे प्लान कैंसल हो जाते हैं,
हीरोइन की एंट्री
शहर के कॉलेज में नया सेशन शुरू हुआ है नई छात्रा, रिया, का नाम इन चारों के बीच तूफान ले आता है अर्जुन, जो अब तक दूसरों के लव-स्टोरी बनाता था, पहली बार खुद किसी के लिए फील करने लगता है रिया शांत, समझदार और अपने सपनों की दुनिया में रहने वाली लड़की है अर्जुन की फुंकी बाइक देखकर हंस देती है, और अर्जुन इसे पहली मुस्कान, पहला इशारा मान लेता है,
पहला प्लान “रिया को इंप्रेस मिशन”
अर्जुन अपने तीनों दोस्तों को बुलाता है भाई लोगों, अब वक्त आ गया है हमारे ग्रुप को नया मिशन देने का मिशन रिया को इंप्रेस करना, बंटी तुरंत कहता है, भाई, इंप्रेस करने में हम एक्सपर्ट हैं। याद नहीं, पिछले साल पिंकी को पटाने के लिए मैंने कविता सुनाई थी और फिर थप्पड़ भी खाया था चिंटू मोबाइल से नया प्लान बनाता है, सुनो, अर्जुन को एक रिल्स स्टाइल प्रपोजल वीडियो बनाना चाहिए। कॉलेज की छत पर, बैकग्राउंड में धुआं और दिल का साइन,गोलू बोल पड़ता है, और रिया को समोसे खिलाना क्योंकि भूख में कोई भी हां बोल देता है,
ये चारों प्लान शुरू करते हैं, लेकिन रिजल्ट हमेशा की तरह फेल वीडियो शूट के वक्त कैमरा गिर जाता है, स्मोक मशीन से क्लास में आग का अलार्म बज जाता है, और अर्जुन का डायलॉग अधूरा रह जाता है,
दूसरा मोड़ “दोस्ती बनाम प्यार”
रिया धीरे-धीरे अर्जुन की सच्चाई समझने लगती है उसे अर्जुन की फेल कोशिशें प्यारी लगती हैं। वो उसे कहती है, तुम्हारी कोशिशें दिल से होती हैं, इसलिए गड़बड़ भी खूबसूरत लगती है पर कहानी में मोड़ तब आता है जब शहर का एक अमीर लड़का राघव कॉलेज फेस्ट स्पॉन्सर करता है और रिया को भी अपने इवेंट की एंकर बना लेता है अर्जुन को लगता है कि रिया उसे भूल गई है वो टूट जाता है, और उसके तीनों दोस्त उसकी मदद के लिए फिर से साथ आते हैं,
तोड़,फोड़ का असली अर्थ
फेस्ट की रात सब सजता है राघव स्टेज पर अपनी डींगे हांक रहा होता है। तभी बंटी, चिंटू और गोलू पीछे से अर्जुन को पुश करते हैं,अब या कभी नहीं,अर्जुन स्टेज पर आता है, माइक लेता है और खुले आम बोल देता है रिया, शायद मैं परफेक्ट नहीं हूँ, लेकिन मेरी दुनिया तू है अगर तू हां बोले, तो मैं तोड़-फोड़ छोड़ दूँगा,
पूरे हॉल में चुप्पी छा जाती है रिया मुस्कुराती है, और धीरे से कहती है, तोड़-फोड़ की दुनिया में भी अगर कोई सच्चा दिल मिले, तो वहाँ प्यार बनता हैतालियाँ बजने लगती हैं, और पूरा कॉलेज तोड़-फोड़ टोली के नाम से झूम उठता है,
“फ्रेंडशिप नेमस डे”
कुछ हफ़्तों बाद, अर्जुन और रिया की दोस्ती अब एक खूबसूरत रिश्ता बन चुकी होती है लेकिन अर्जुन अपने दोस्तों को नहीं भूलता,वो तीनों के लिए शहर में एक गिफ्ट देता है एक छोटा सा गैराज, नाम रखता है तोड़-फोड़ गैराज जहाँ ये चारों अब बाइक रिपेयर से लेकर लोगों की मदद तक करते हैं अपने अंदाज़ में,
भाग,2 तोड़-फोड़ की वापसी
पिछली कहानी के बाद अर्जुन, रिया, बंटी, चिंटू और गोलू की जिंदगी पटरी पर आ गई थी तोड़-फोड़ गैराज अब शहर की शान बन चुका था बाइक ठीक करने से लेकर पड़ोसियों के छोटे,मोटे झगड़े सुलझाने तक, ये पांचों (अब रिया भी ग्रुप में शामिल) हर समस्या का हल निकालते लेकिन जिंदगी में नया ट्विस्ट आता है जब मुरैना शहर में एक बड़ा यंग एंटरप्रेन्योर चैलेंज का आयोजन होता है पुरस्कार 10 लाख रुपये और शहर में नाम कमाना,
“बिजनेस तोड़-फोड़”
अर्जुन को लगता है, भाई, अब तोड़-फोड़ गैराज को बड़ा बनाना है कॉम्पिटिशन जीतेंगे, तो स्टूडियो खोलेंगे अपनी फिल्में बनाएंगे, रिया सपोर्ट करती है हां, लेकिन इस बार प्लान सॉलिड होना चाहिए कोई फेल नहीं चलेगा,
बंटी झट से आइडिया लाता है हमारा प्रोडक्ट होगा ‘सुपर बाइक बीयर’ बीयर जैसी कूलिंग वाली एनर्जी ड्रिंक, जो बाइक राइडर्स को थकान भगाए,चिंटू ऐप डिजाइन करता है ऑनलाइन ऑर्डर ऐप, जी,पी,एस से डिलीवरी गोलू टेस्ट करता है लेकिन पहला बैच इतना स्पाइसी निकलता है कि गोलू की आंखों से आंसू बहने लगते हैं सब हंसते हैं, लेकिन प्लान फेल,
रिया सुझाव देती है सिंपल रखो,गैराज को ‘मोबाइल मैकेनिक सर्विस’ बनाओ घर जाकर बाइक ठीक करो चारों एक्साइटेड हो जाते हैं नाम रखते हैं तोड़-फोड़ ऑन व्हील्स,
फेल प्लान्स की बाढ़
पहला कस्टमर आता है शहर का मेयर, उसकी लग्जरी स्कूटर बंद, चारों पहुँचते हैं, लेकिन बंटी गलती से गलत पार्ट फिट कर देता है स्कूटर स्टार्ट तो होता है, लेकिन बैकफायर से मेयर के बाल जल जाते हैं! मेयर चिल्लाता है ये तोड़-फोड़ वाले फिर आए,
दूसरा कस्टमर, एक रोमांटिक कपल, लड़की की बाइक पंक्चर, चिंटू ऐप से लोकेशन ट्रैक करता है लेकिन जी,पी,एस गड़बड़ से गलत घर पहुँच जाते हैं वहाँ लड़की का भाई मिलता है पहलवान टाइप गोलू डर के मारे समोसे गिरा देता है और भागते-भागते बाइक खुद पंक्चर हो जाती है,
तीसरा हादसा, कॉलेज प्रिंसिपल की बाइक अर्जुन ठीक करने जाता है, रिया साथ लेकिन प्रिंसिपल की बेटी अर्जुन को देखकर फैन हो जाती है रिया जलती है, तुम्हारी तो हर जगह फैन लाइन लगी रहती है अर्जुन हंसाता है अरे, मेरा दिल तो सिर्फ तेरे गैराज में पार्क है,
हर फेलियर के बाद रात को गैराज में मीटिंग, बंटी रोता है हम फेलियर किंग्स हैं गोलू समोसे बांटता है चिंटू मीम्स दिखाता है और अर्जुन बोलता है फेलियर से ही सक्सेस बनती है भाई तोड़ो, फोड़ो, फिर जोड़ो,
कॉम्पिटिशन का शेर
कॉम्पिटिशन में मुख्य कॉम्पिटिटर है विक्रम भैया शहर का बड़ा बिजनेसमैन, जिसका गैराज चमचमाता है वो चारों को चिढ़ाता है तुम्हारी तोड़-फोड़ वाली गैंग हाह, बच्चे हो विक्रम का प्लान हाई,टेक रोबोट मैकेनिक लेकिन वो रिश्वत देकर जजों को अपने पाले में करने की कोशिश करता है अर्जुन को पता चलता है। वो दोस्तों से कहता है अब असली तोड़-फोड़ का टाइम है सच्चाई से लड़ेंगे,
फेस्ट का धमाका
कॉम्पिटिशन डे, विक्रम स्टेज पर रोबोट दिखाता है लेकिन लाइव डेमो में रोबोट शॉर्ट सर्किट हो जाता है आग लग जाती है भीड़ डर जाती है तभी तोड़-फोड़ टोली एंटर करती है एक पुरानी वैन में, टूल्स लटकाए,
अर्जुन माइक लेता है देखो भाई-बहन, टेक्नोलॉजी अच्छी है लेकिन दिल की सर्विस सबसे बड़ी है हमारी सर्विस में गारंटी है हंसी, मज़ा और काम पूरा वो लाइव एक बाइक ठीक करते हैं बंटी जुगाड़ लगाता है चिंटू ऐप से पार्ट्स ऑर्डर, गोलू कूलिंग ड्रिंक सर्व करता है रिया कस्टमर को समझाती है
विक्रम हंसता है लेकिन जज इंप्रेस्ड एक जज बोलता है तुम्हारा बिजनेस आइडिया नहीं, टीम स्पिरिट जीत गया वे जीत जाते हैं। विक्रम भी ताली बजाता है शाबाश, तोड़-फोड़ वालों,
नई शुरुआत
10 लाख से वे गैराज को बड़ा बनाते हैं अर्जुन-रिया की शादी की प्लानिंग शुरू होती है सिंपल, दोस्तों के साथ, आखिरी सीन पांचों गैराज की छत पर, बीयर नॉन-एल्कोहल पीते हुए,अर्जुन कहता है दोस्ती टूटे न, फोड़े न बस तोड़-फोड़ चलती रहे,
भाग,3 तोड़-फोड़ की तलवार
पिछली जीत के बाद तोड़-फोड़ गैराज अब मुरैना का सबसे बड़ा नाम बन चुका था अर्जुन और रिया की शादी की तैयारियाँ जोरों पर थीं, लेकिन बंटी का नया आइडिया सबको चौंका देता है भाई, अब हमारी अपनी फिल्म बनानी है! टाइटल तोड़-फोड़ की तलवार! हम ही हीरो-हिरोइन, बजट गैराज के प्रॉफिट से चिंटू कैमरा ऐप डाउनलोड कर लेता है गोलू खाने का बजट संभालता है और रिया स्क्रिप्ट लिखने लगती है अर्जुन हिचकता है, “फिल्म? हम तो मैकेनिक हैं, एक्टर्स थोड़े हैं,
तोड़-फोड़
शूटिंग शुरू होती है पहला सीन, हीरो अर्जुन का एंट्री शॉट पुरानी बाइक पर उड़ान भरते हुए लेकिन बाइक स्टंट के चक्कर में गड्ढे में गिर जाती है और अर्जुन का चेहरा कीचड़ से सना मिलता है बंटी डायरेक्टर बनता है कट ये तो रियल एक्शन हो गया चिंटू एडिटिंग करता है लेकिन सॉफ्टवेयर क्रैश हो जाता है गोलू का रोल विलेन का है वो भूल जाता है डायलॉग और मैं तलवार चलाऊंगा बोलकर समोसा खाने लगता है रिया हंसते-हंसते कहती है ये फिल्म कॉमेडी बन रही है, एक्शन थोड़े,
फंडिंग की दिक्कत आती है शहर का एक प्रोड्यूसर, शर्मा जी, इन्वेस्ट करने को तैयार होता है लेकिन शर्त रखता है मेरी बेटी को हीरोइन बनाओ, रिया नाराज़ हो जाती है अर्जुन दोस्तों से कहता है दोस्ती पहले पैसा बाद में खुद ही सब संभालेंगे,
शूटिंग हादसे
दूसरा सीन, गाना तोड़-फोड़ वाली लव स्टोरी लोकेशन नदी किनारे, बंटी डांस कोरियोग्राफर है लेकिन कदम गलत होने से सब नदी में गिर पड़ते हैं चिंटू ड्रोन से शूट करता है जो उड़ते-उड़ते पेड़ पर अटक जाता है गोलू का खाना डब्बा पानी में बह जाता है वो रोते हुए भागता है मेरा बिरयानी पूरा सीन रीटेक हो जाता है,
तीसरा हादसा फाइट सीन, अर्जुन और गोलू (विलेन) की तलवारबाजी प्लास्टिक तलवार टूट जाती है और गोलू असली लोहे की तलवार ला देता है चोट लगने से अर्जुन आई सी यू पहुँच जाता है अस्पताल में रिया रोती है तुम्हारी जिद ने सब बर्बाद कर दिया दोस्त इकट्ठे होते हैं बंटी माफी मांगता है, चिंटू कहता है फिल्म छोड़ो, गैराज वापस चलो,
असली खतरा
क्लाइमेक्स ट्विस्ट, शर्मा जी असल में एक फर्जी प्रोड्यूसर निकलता है वो गैराज के नाम पर लोन लेकर भागने वाला था पुलिस पहुँचती है और पता चलता है कि उसने शहर के दूसरे गैराज वालों को भी ठगा है विक्रम भैया (पार्ट 2 का विलेन) भी उसके पार्टनर निकलता है दोनों मिलकर तोड़-फोड़ गैराज को नेस्तनाबूद करने की साजिश रचते हैं फायर लगाने का प्लान,
रात के 2 बजे, गैराज में आग लग जाती है चारों दोस्त और रिया दौड़ते हुए पहुँचते हैं अर्जुन चिल्लाता है पानी, टूल्स लाओ, बंटी फायर एक्सटिंग्विशर से भिड़ता है, चिंटू सी सी टीवी,से सबूत रिकॉर्ड करता है गोलू पड़ोसियों को जगाता है रिया फायर ब्रिगेड को कॉल करती है आग बुझ जाती है लेकिन गैराज आधा जल चुका होता है पुलिस शर्मा और विक्रम को पकड़ लेती है,
सिल्वर स्क्रीन का जादू
अर्जुन बोलता है गैराज तो बन जाएगा, लेकिन हमारी स्टोरी वो तो पहले ही पूरी हो चुकी शहर वाले इकट्ठे होते हैं सब मिलकर गैराज दोबारा बनाते हैं इसी बीच, चिंटू का आखिरी एडिटेड वीडियो वायरल हो जाता है “तोड़-फोड़ की तलवार” नाम से शॉर्ट फिल्म यूट्यूब पर हिट व्यूज मिलियन में, स्पॉन्सर आ जाते हैं शादी का दिन, अर्जुन-रिया की बारात में पूरा शहर शामिल बंटी डांस करता है चिंटू लाइव स्ट्रीम, गोलू खाना सर्व करता है
आखिरी सीन, छत पर पांचों, स्टार्स देखते हुए अर्जुन कहता है तोड़-फोड़ ने हमें अमीर नहीं बनाया लेकिन खुश जरूर कर दिया स्क्रीन पर,दोस्ती की तलवार कभी टूटती नहीं बस चमकती रहती है लेकिन जिंदगी की तोड़-फोड़ चलती रहेगी,
भाग,4 तोड़-फोड़ का अंत, दोस्ती का सफर
शहर में अब “तोड़-फोड़ गैराज” किसी से कम नहीं था। अर्जुन, रिया और उनके दोस्तों का सपना पूरा हो चुका था, लेकिन जिंदगी में हमेशा नए चैलेंज आते ही रहते हैं। पार्ट 4 में कहानी का भावुक और प्रेरणादायक अंत है, जहाँ दोस्ती, प्यार और हिम्मत की असली जीत होती है।
जिंदगी के नए चैलेंज
अर्जुन और रिया की शादी के बाद गैराज को और बेहतर बनाने का काम शुरू होता है रिया अब बिजनेस पार्टनर बन चुकी है लेकिन इस बार शहर में एक बड़ी ऑटो कंपनी आती है जो बड़े-बड़े गाड़ियाँ बेचती है और छोटे गैराज की मार्केट कब्जा लेना चाहती है अर्जुन को पता चलता है कि कुछ लोग उनके पुराने सपनों और गैराज को खत्म करने की साजिश कर रहे हैं
हालांकि अब अर्जुन अकेला नहीं, उसके पास तोड़-फोड़ टोली के तीन दोस्त और उसकी पत्नी रिया का पूरा सपोर्ट है वे मिलकर एक नया प्लान बनाते हैं अपने ग्राहकों से जुड़ें, बेहतर सर्विस दें, और ईमानदारी से काम करें,
दोस्ती की ताकत
इस बीच, बंटी का गाना तोड़-फोड़ की टोली यूट्यूब पर वायरल हो जाता है शहर के कई लोग इन्हें सुनकर जोश में आ जाते हैं जिससे गैराज के लिए फिर से प्यार और सम्मान बढ़ता है चिंटू तकनीक में आगे बढ़ता है और गैराज के लिए एक वेबसाइट बनाता है ऑनलाइन सर्विस भी शुरू करता है गोलू अपनी कुकिंग में नया टैलेंट दिखाने लगता है और सब मिलकर गैराज में एक कैफे खोलते हैं जहाँ ग्राहक आराम से आएं,
आखिरी लड़ाई
ऑटो कंपनी की तरफ से गलत प्रचार शुरू होता है लेकिन अर्जुन स्टैंड लेता है वह शहर के लोगों से कहता है हम छोटे जरूर हैं लेकिन दिल बड़े हैं हम आपको सिर्फ बाइक नहीं, भरोसा देते हैं इस वक्त रिया और दोस्त समुदाय को भी साथ लेकर आते हैं। सभी मिलकर कंपनी की गलत बातों का जवाब देते हैं और अपने इलाके को बचाते हैं,
हैप्पी एंडिंग
कहानी का अंतिम सीन गाँव की त्योहार पर है पूरे शहर में तोड़-फोड़ टोली की जय-जयकार है अर्जुन और रिया अपने दोस्तों के साथ छत पर बैठे हैं आसमान में आतिशबाजी देखते हुए अर्जुन कहता है हमारी तोड़-फोड़ खत्म न हुई, बल्कि दोस्ती के नाम एक नई कहानी लिखी रिया मुस्कुराती है जहाँ दोस्त हों वहाँ हर तोड़-फोड़ में प्यार का एक नया रास्ता होता है,
बीच में चारों दोस्त एक-दूसरे का मज़ाक उड़ाते हुए कहते हैं चलो फिर से किसी नए मिशन पर, अंत में स्क्रीन पर लिखता है,
ज़िंदगी की तोड़-फोड़ कभी खत्म नहीं होती, पर असली जीत दोस्ती और प्यार की होती है.
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S LIONRAJA


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